कालसर्पदोष से नुकसान
- भाग्योदय नहीं हो पाता है।
- मनचाही उन्नति नहीं हो पाती है।
- जीवन में बहुत कष्ट झेलना पड़ना है।
- हमेशा जीवन में सुख की कमी रहती है।
- मन की इच्छा पूरी नहीं हो पाती है।
- मानसिक तनावए चिंता अथवा निराशा का सामना करना पड़ता है, ना चाहते हुए भी क्रोध आता है एवं स्वभाव चिड़चिड़ा हो जाता है।
- शारीरिक कष्ट एवं बीमारियों का सामना करना पड़ता है।
- बीमारियाँ जल्दी ठीक नहीं होती अथवा गुप्त रोगों का सामना करना पड़ता है।
- धन के लिए बहुत संघर्ष करना पड़ता है।
- कर्ज की समस्या हमेशा बनी रहती है।
- विद्या प्राप्ति अथवा संतान प्राप्ति में रुकावट आती है।
- विवाह के पश्चात् दांपत्य जीवन दुखमय होता है।
- विवाह में रुकावट आती है।
- अच्छाई करने के बाद भी बुराई ही मिलती है।
- कोर्ट कचहरी के चक्कर काटने पड़ते है।
- कभी.कभी धर्म और ईश्वर के प्रति श्रद्धा और विश्वास कम हो जाता है।
- मित्र तथा रिश्तेदारों से धोका मिलता है।
- बदनामी का सामना करना पड़ता हैए अथवा कभी-कभी जेल भी हो जाती है।
कालसर्पदोष के प्रकार :
कालसर्प यो मुख्य्र रुप से 12 प्रकार के होते है,
परंतु कुलकालसर्प योग 288 प्रकार के होते हैं :
- अनंत कालसर्प योग
- कुलिक कालसर्प योग
- वासुकि कालसर्प योग
- शंखपाल कालसर्प योग
- पद्म कालसर्प दोष
- महापद्म कालसर्प दोष
- तक्षक कालसर्प दोष
- कर्कोटक कालसर्पयोग
- शंखचूड़ कालसर्प दोष
- पातक कालसर्पयोग
- विषाक्त कालसर्प योग
- शेषनाग कालसर्प योग
कालसर्प दोष के निवारण के लिए
गुप्त मंत्रो के जाप करवाने से लाभ :
- भाग्योदय होकर उन्नति के सारे रास्ते खुल जाते हैं।
- कार्यों में रुकावटें दूर होकर जीवन में सफलता प्राप्त होती है।
- मेहनत का पूरा फल मिलने लगता है।
- निराशा और हताशा जीवन से हमेशा के लिए चली जाती है।
- कर्ज दूर हो जाता है एवं जीवन में सुख की प्राप्ति होती है।
- कोर्ट केस इत्यादि में विजय की प्राप्ति होती है।
- बर्बाद जीवन फिर से सुखमय एवं खुशहाल बनने लगता है।
- गलत रास्ते पर गया हुआ व्यक्ति सुधर जाता है।
- व्यापार नौकरी इत्यादि में आसानी से सफलता प्राप्त होती है।
- शारीरिक कष्ट दूर होकर अच्छे स्वास्थ्य की प्राप्ति होती है।
- सभी प्रकार की मानसिक परेशानियां दूर होकर मानसिक शांति की प्राप्ति होती है।