विवाह अथवा संतान प्राप्ति में रुकावट आती है। पति पत्नि में बिना बात के अथवा थोड़ी-थोड़ी बातों पर लड़ाई झगड़े होते हैं। पति पत्नि के मन में एक दूसरे के प्रति गलतफहमी उत्पन्न हो जाती है। अच्छाई करने के बाद भी बुराई मिलती है अर्थात् अच्छा काम करने पर भी सम्मान की प्राप्ति नहीं होती है और अपमान होता है। जीवन भर पति पत्नि साथ में नहीं रह पाते अथवा तो तलाक हो जाता है। दांपत्य जीवन अर्थात् शादी के बाद का जीवन दुख में बीतता है। धीरे-धीरे पति पत्नि या अच्छा व्यक्ति भी गलत रास्ते पर चला जाता है। पति अथवा पत्नि में से एक की मृत्यु हो जाती है। इसलिए सब काम छोड़कर मंगल दोष का निवारण करवाना चाहिए।
महत्वपूर्ण जानकारी कृपया जन्मपत्रिका किसी विद्वान ब्राह्मण द्वारा मिलाकर ही विवाह करें अन्यथा विवाह के पश्चात मंगल आदि ग्रहों के कुप्रभाव से बेवजह पति पत्नी को भयंकर समस्याओं का सामना करना पड़ता है।